Sunday, July 25, 2010

नीतीश की बड़ी उपलब्धि क्या...?

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चाओं का दौर जारी है. अभी माथापच्ची ट्रेजरी से हुई सोलह हजार करोड़ से ज्यादा की निकासी की है. जिसका हिसाब-किताब मिलना बाकी है. राजनीतिक दल इस नफा-नुकसान को देख रहे हैं कि वो कैसे चुनावों में इसका फायदा उठा सकें. कह सकते हैं कि सीएजी की रिपोर्ट पर राजनीति गर्म है और नीतीश सरकार से इस्तीफा मांगा जा रहा है. सरकार बैकफुट पर दिख रही है.
लेकिन हम चर्चा नीतीश सरकार की बड़ी उपलब्धि की कर रहे हैं. आज मैं वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र किशोर जी का इंटरव्यू पढ़ रहा था. जो प्रभात खबर पटना में छपा है. उसमें उन्होंने बताया कि आखिर नीतीश सरकार का कामकाज उन्हें क्यों पसंद हैं. उन्होंने साफ कहा है कि नीतीश ने जब बिहार की गद्दी संभाली थी तो उसके बाद बड़े पैमाने पर प्रदेश में सड़कें बनीं. जिससे लोगों के आवागमन का मार्ग खुला.
इसके अलावा नीतीश ने एक और बड़ा काम किया है. वो शिक्षा के क्षेत्र में है. जिसका जिक्र नीतीश कुमार खुद करते हैं और मैं भी उसका बड़ा मुरीद हूं. वो है छात्राओं की पढ़ाई पर. किस तरह से मुख्यमंत्री साइकिल योजना ने लड़कियों को स्कूलों की ओर आकर्षित किया है. और जो पहले पढ़ने से कतराती थी अब साइकिल पर सवार होकर फर्राटे से स्कूल जाती हैं. मैं वो तस्वीर भी देखी है. जब लड़कियों ने साइकिल के लिए स्कूल प्रबंधन का विरोध किया और जब तक उन्हें साइकिल नहीं मिली. तब तक वो चैन से नहीं बैठीं. इसे अपने अधिकारों के प्रति जागरूकता भी कहा जा सकता है. अब सरकार लड़कों को भी साइकिल दे रही है ये एक और सराहनीय कदम है. क्योंकि जब जागरूकता बढ़ेंगी. तो अन्य समस्याएं अपने आप हल होती जाएंगी. क्योंकि सामाजिक परिवर्तन कुछ समय में नहीं हो जाते हैं. इसके लिए लंबा समय लगता है और ये एक सतत प्रक्रिया है. इसलिए ये कहा जा सकता है कि नीतीश ने जो योजना शुरू की है. उसका असर आनेवाले कुछ सालों बाद बिहार में दिखेगा।

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